"न कुछ लेकर आये थे, न कुछ लेकर जाएंगे।
जाते-जाते भी इस दुनिया को अपनी आंखें दे कर जाएंगे" : रिशिदा ठाकुर
रिपोर्ट- गुलवेज सिद्दीकी कैराना
गुजरात । बुधवार
हर इंसान चाहता है कि ऐसा कुछ करे कि मरने के बाद भी लोग उसे याद करे। लेकिन इसके लिए कुछ असाधारण काम करने होते है। जिंदगी यह मौका हर किसी को नहीं देती। लेकिन अंतिम समय में इंसान के मन में यह बात जरूर आती है कि काश, मैं भी कुछ असाधारण काम, कुछ अच्छे काम कर पाता/या कर पाती ताकि मेरा अगला जन्म सुधर जाता। ऐसी ही एक मामला गुजरात से सामने आया है। जहां पर तपस्या नारी सेवा समिति चैरिटी बल ट्रस्ट की राष्ट्रीय अध्यक्ष रिशिदा ठाकुर ने अपनी आंखें दान कर दी है। रिशिदा ठाकुर के बारे में मिली जानकारी रिशिदा ठाकुर एक देश की ऐसी महिला है। जो शुरू से ही किसी ना किसी कार्यक्रम या गरीब बेबस लोगों को सहयोग करती आयी है। तपस्या नारी सेवा समिति चैरिटी बल ट्रस्ट के नाम से एक संस्था की स्थापना की देश के विभिन्न राज्यों व जनपदों में से समाजिक कार्यकर्ताओं को एक साथ लेकर चलने का भी कार्य किया। तपस्या न्यारी सेवा समिति चैरिटी ट्रस्ट के द्वारा महिलाओं की उत्पीड़न की समस्याओं का समाधान कराने का भी प्रयास करती रही है और समय-समय पर हो रहे, गरीब बेबस लोगों की समस्याओं को लेकर सरकार से भी मांग करती आयी है। उनके इस सामाजिक कार्य से महिलाओं में जागृति एवं आत्मविश्वास की भावना बढ़ी है।
रिशिदा ठाकुर का कहना है कि जब तक जीवन है मैं इसी तरह गरीब बेबस लोगों की आवाज ऐसे ही उठाकर उनकी समस्या का समाधान कराने का प्रयास करती रहूंगी और मेरी मृत्यु होने के बाद मेरी आंखें किसी मजलूम बेबस के काम आ सके और मुझे इसे बड़ा सुकून मिलेगा।
जाते-जाते भी इस दुनिया को अपनी आंखें दे कर जाएंगे" : रिशिदा ठाकुर
रिपोर्ट- गुलवेज सिद्दीकी कैराना
गुजरात । बुधवार
हर इंसान चाहता है कि ऐसा कुछ करे कि मरने के बाद भी लोग उसे याद करे। लेकिन इसके लिए कुछ असाधारण काम करने होते है। जिंदगी यह मौका हर किसी को नहीं देती। लेकिन अंतिम समय में इंसान के मन में यह बात जरूर आती है कि काश, मैं भी कुछ असाधारण काम, कुछ अच्छे काम कर पाता/या कर पाती ताकि मेरा अगला जन्म सुधर जाता। ऐसी ही एक मामला गुजरात से सामने आया है। जहां पर तपस्या नारी सेवा समिति चैरिटी बल ट्रस्ट की राष्ट्रीय अध्यक्ष रिशिदा ठाकुर ने अपनी आंखें दान कर दी है। रिशिदा ठाकुर के बारे में मिली जानकारी रिशिदा ठाकुर एक देश की ऐसी महिला है। जो शुरू से ही किसी ना किसी कार्यक्रम या गरीब बेबस लोगों को सहयोग करती आयी है। तपस्या नारी सेवा समिति चैरिटी बल ट्रस्ट के नाम से एक संस्था की स्थापना की देश के विभिन्न राज्यों व जनपदों में से समाजिक कार्यकर्ताओं को एक साथ लेकर चलने का भी कार्य किया। तपस्या न्यारी सेवा समिति चैरिटी ट्रस्ट के द्वारा महिलाओं की उत्पीड़न की समस्याओं का समाधान कराने का भी प्रयास करती रही है और समय-समय पर हो रहे, गरीब बेबस लोगों की समस्याओं को लेकर सरकार से भी मांग करती आयी है। उनके इस सामाजिक कार्य से महिलाओं में जागृति एवं आत्मविश्वास की भावना बढ़ी है।
रिशिदा ठाकुर का कहना है कि जब तक जीवन है मैं इसी तरह गरीब बेबस लोगों की आवाज ऐसे ही उठाकर उनकी समस्या का समाधान कराने का प्रयास करती रहूंगी और मेरी मृत्यु होने के बाद मेरी आंखें किसी मजलूम बेबस के काम आ सके और मुझे इसे बड़ा सुकून मिलेगा।
सच रिशिदा ठाकुर जी ने बहुत ही नेक व महान काम किया है । हर कोई इतना बड़ा फैसला नहीं कर पाता । जरूर उनके इस महान काम से औरो को भी प्रेरणा मिलेगी । उनके इस नेत्रदान जैसे महान व नेक काम कि मैं दिल से सराहना करता हूँ । और मैं चाहता हूँ कि सभी को इनकी पवित्र और निस्वार्थ नेक काम का हौसला अफजाई करना चाहिए । 🙏 🙏 🙏 🌹🌷
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