Saturday, August 31, 2019

*""हम पत्रकार शामली की इसी जनता के बेटे हैं!""* *"" इसीलिए अपने हकों की लड़ाई के लिए अपनी शामली में धरने पर डटे हैं!""आख़िर क्यों ?? जनपद शामली पुलिस गो-तस्करों एवम् तथाकथित मुखबिरों द्वारा पत्रकारों के धरने के खिलाफ़ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन क्यों? दिलाया जा रहा है? इससे तो साबित होता है! कि गौ-तस्करों को भी शामली पुलिस का संरक्षण प्राप्त है!

...✍    क्या ? सत्ताधारी नेताओं के कहने पर जनपद शामली की पुलिस कर रही है? पत्रकारों का उत्पीड़न ?





क्या? पत्रकारों के शोषण में सत्ताधारी पार्टी के नेताओं की भी है? कोई मिलीभगत ?




जनपद शामली के अधिकारियों पर दबाव बनाकर क्या सत्ताधारी नेता पत्रकारों की मांगों को पूरा नहीं कराना चाहते हैं ?


                  



जनपद शामली के पत्रकारों के शोषण को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुक्रवार सुबह 9:00 बजे से जारी है। शनिवार रात्रि भी धरना प्रदर्शन रहेगा जारी।




जनपद शामली में हो रहे, पत्रकारों के उत्पीड़न को लेकर जहां जनपद में दर्जनों सामाजिक संगठनों एवं  अनेकों राजनीतिक पार्टियों तथा अराजनीतिक संगठनों ने एक मंच पर आकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में शामिल होकर अपना पूर्ण सहयोग जारी कर रखा है।




 वहीं दूसरी ओर सवाल यह भी उठता है? कि क्या? देश के चौथे  स्तंभ को अपनी मांगे पूरी कराने के लिए इतना वक्त धरने पर बैठना पड़ेगा।




 क्या ? जनपद शामली पुलिस अधिकारियों पर मांगे पूरी ना करने के पीछे कोई सत्ताधारी नेताओं का दबाव है?

          शुक्रवार प्रातः 9:00 बजे से पत्रकारों का धरना जारी है।
          वही धरने को दर्जनों समाजिक संगठनों ने पत्रकारों की हितों की लड़ाई के लिए धरना स्थल पर आकर धरना प्रदर्शन में शामिल हुए।
                 और अनेकों सामाजिक एवं अराजनीतिक संगठनों बार एसोसिएशन एवं अनेकों राजनितिक पार्टियों ने
            पत्रकारों की मांगों को ज़ायज़ मानते हुए अपना पूर्ण रूप से सहयोग देने का खुला ऐलान किया है!



 वहीं दूसरी और यह भी है! कि अब तक सत्ताधारी पार्टी का कोई भी नेता धरना स्थल पर नज़र नहीं आया।




 क्या ? इसके पीछे जनपद शामली के अधिकारियों पर किसी सत्ताधारी नेता/नेताओं का दबाव है! कि पत्रकारों की मांगे ना पूरी करो





उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश पुलिस को पत्रकारों का सम्मान करने के लिए कहा गया था कि थाने में आते ही पत्रकार का स्वागत करें।




सरकार द्वारा यह भी घोषणा की गई थी कि अगर पत्रकारों को कोई भी धमकाता है!

          तो पत्रकार को धमकाने पर धमकाने वाले पर रू 50,000 का जुर्माना व जेल भी हो सकती है।



क्या ? जनपद शामली की पुलिस पर उत्तर प्रदेश सरकार का यह नियम लागू नहीं होता ?




क्या ? उत्तर प्रदेश सरकार व पुलिस प्रशासन यह भूल गया है? कि अगर नेता कोई भी कार्यक्रम या कोई भी जनसभा करता है?

           तो उसको सबसे पहले वहां पर पत्रकार नज़र आता है!
           पुलिस द्वारा कोई भी सराहनीय कार्य किया जाता है! तो सबसे पहले पत्रकार को अवगत किया जाता है।



पत्रकारों की ✍कलम✍ को रोका नही जा सकता यह वही पत्रकार है? जिसने देश की आजादी के लिए अपना बलिदान दिया है।

           और हम पत्रकार भारत देश की इसी शामली जनपद की जनता के बेटे/वंशज हैं! जिन्होंने जंगे आजादी की लड़ाई लड़ी है?



इससे यही साबित होता है कि पत्रकारों के धरना प्रदर्शन को जहां 40 घंटे हो गए हैं? अब तक पत्रकारों की मांगे पूरी क्यों नहीं हुई है?

         अगर पत्रकार गलत है? तो जनपद शामली के पुलिस अधिकारी आकर धरने में क्यों ? नहीं कहते?
        शामली एसपी द्वारा सोशल मीडिया पर जनपद की जनता को पत्रकारों के खिलाफ़ क्यों उकसाया  जा रहा है? 
              आख़िर क्यों ??
              एसपी शामली अजय कुमार पांडे शामली जनपद की शांत फ़िज़ा को खराब करने की कोशिश क्यों कर रहे हैं?
               आख़िर क्यों ??
              एसपी शामली अजय कुमार पांडे जनता और पत्रकारों में तनाव की स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं?
                   आख़िर क्यों ??
                   शामली एसपी अजय कुमार पांडे अंग्रेज हुकूमत के हुक्मरान की तरह डिवाइड एंड रूल के तहत जनपद की शांति को क्यों भंग करना चाहते हैं?
                  आख़िर क्यों ??
                  एसपी शामली अजय कुमार पांडे जनपद की सम्मानित जनता और इसी जनता के बेटे,भाई,पिता,दोस्त,रिश्तेदार (पत्रकारों) को आपस में लड़ाने का असंभव प्रयास कर रहे हैं?
                आख़िर क्यों ??
                एसपी शामली अजय कुमार पांडे पत्रकारों को आतंकवादी या कोई बड़ा माफ़िया या किसी भी कार्य का तस्कर क्यों समझ रहे हैं?
           क्या ? आज से पहले शामली में कोई एसपी नहीं आया ?
          क्या ? आज से पहले शामली के पत्रकारों ने पुलिस के खिलाफ़ धरना-प्रदर्शन किया है?*
           क्या ? आज से पहले शामली के पत्रकारों ने इतना बड़ा कोई आंदोलन किया है?
                आख़िर क्यों ??
               शामली जनपद का पत्रकार धरना प्रदर्शन या आंदोलन करने पर क्यों मजबूर हुआ हैं?
                  क्या? शामली एसपी अजय कुमार पांडे को यह नहीं पता है कि हम पत्रकार इसी शामली जनपद के हैं?                                 
        और इस शामली जनपद की जनता के हैं! 
              और शामली जनपद की जनता हम पत्रकारों की है?
                जनता में भी कोई हमारा भाई है! कोई हमारा बाप है! कोई हमारा ताया है! कोई हमारा चाचा है! तथा कोई हमारा दोस्त है! कोई रिश्तेदार है!
                शामली की यह जनता हम पत्रकारों की है! और हम पत्रकार इस शामली की जनता के हैं!
        क्या ? इस जनता को शामली एसपी अजय कुमार पांडे कहीं से अपने साथ लेकर आए हैं!



 ""हम पत्रकार शामली की इसी जनता के बेटे हैं!""

 "" इसीलिए अपने हकों की लड़ाई के लिए अपनी शामली में धरने पर डटे हैं!""
             आख़िर क्यों ??
जनपद शामली पुलिस गो-तस्करों एवम् तथाकथित मुखबिरों द्वारा पत्रकारों के धरने के खिलाफ़ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन क्यों? दिलाया जा रहा है?
इससे तो साबित होता है! कि गौ-तस्करों को भी शामली पुलिस का संरक्षण प्राप्त है!



..✍

    आपका अपना आपकी दुआओं का तलबगार...
हिंदुस्तान की आज़ादी के लिए बलिदान देने वाली शामली की जनता का बेटा/वंशज शामली जनपद का
...✍पत्रकार...✍

बौखलाए हुए शामली एसपी ने सोशल मीडिया के द्वारा कहां अख्तर कुरैशी को जेल भेजा ही नहीं गया। पुलिस के मुखबिरों ने पत्रकारों के धरने के विरुद्ध सीएम के नाम सौंपा एसएचओ को ज्ञापन पुलिस के मुखबिरों ने पत्रकारों पर की कार्रवाई की मांग

बौखलाए हुए शामली एसपी ने सोशल मीडिया के द्वारा कहां अख्तर कुरैशी को जेल भेजा ही नहीं गया।

पुलिस के मुखबिरों ने पत्रकारों के धरने के विरुद्ध सीएम के नाम सौंपा एसएचओ को ज्ञापन

पुलिस के मुखबिरों  ने पत्रकारों पर की कार्रवाई की मांग

रिपोर्ट- गुलवेज सिद्दीकी कैराना 







शामली । शनिवार

अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन पत्रकारों का शुक्रवार सुबह 9:00 बजे से जारी है व अब तक 33 घंटे हो चुके पत्रकार अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। अब तक कुछ भी मांगों को पूरी नहीं की गई। जनपद शामली के पत्रकारों में एसपी अजय कुमार पांडे के विरुद्ध आक्रोश है। शामली जनपद के पत्रकारों का आरोप है कि कांधला के पत्रकार अख्तर कुरैशी व उनके नाबालिग बेटे को हथकड़ी लगाकर व विपक्ष को बगैर हाथों में हथकड़ी लगाई थाने से ले जाया गया। पत्रकार का अपमान किया। पत्रकार अख्तर कुरैशी उसके नाबालिग बेटे को जेल भेज दिया गया था। थाना एसएचओ के विरुद्ध कोतवाली कांधला के बाहर पूर्व में धरना प्रदर्शन कर एसएचओ को हटवाने की मांग की गई थी। वहीं मामला डीएम अखिलेश यादव ने अपने संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही करने का आश्वासन दिया था पर अब तक कोई कार्रवाई ना होने पर जनपद शामली के सभी पत्रकार गण कलेक्ट्रेट कार्यालय में धरना जारी कर रखा है। एसपी शामली ने अपनी वीडियो वायरल की है व उसमें कहा है कि ऐसा कुछ भी मामला नहीं है। अख्तर कुरैशी के खिलाफ कोई तहरीर ही नहीं दर्ज़  है।
वही जनपद शामली के कस्बा झिंझाना में कुछ पुलिस के मुखबिरों द्वारा पत्रकारों के खिलाफ मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन लिखकर एसएचओ झिंझाना को दिया है। ज्ञापन में लिखा है कि भ्रष्ट मीडिया कर्मी जनपद शामली के एसपी अजय कुमार पांडे के कार्य से खुश नहीं है। पुलिस के मुखबिरों ने पत्रकारों के विरुद्ध कार्यवाही की भी मांग की है। पूर्व कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में दिनदहाड़े पत्रकार व पत्रकार के भाई की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी, हत्यारोपी झिंझाना के रहने वाले थे। सूत्रों की माने तो बौखलाए हुए शामली एसपी अजय कुमार पांडे ने हत्यारोपी के रिश्तेदारों से साठगांठ  कर पत्रकारों के विरुद्ध उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री के नाम थाना एसएचओ को ज्ञापन दिलवाया है वही पत्रकार मुर्दाबाद व शामली पुलिस जिंदाबाद  के नारे भी लगाए। 

वही पत्रकारों का कहना है कि अब  एक ही  मांग रहे गई जब तक शामली एसपी अजय कुमार पांडे नहीं हटेंगे हम धरने से नहीं उठेंगे, पत्रकार इस नारे के साथ धरने पर बैठे हैं एसपी हटाओ शामली बचाओ, पत्रकारों का यह भी कहना है कि एसपी अजय कुमार पांडे जनता को मीडिया के खिलाफ भड़का कर सहारनपुर जैसा मामला शामली में भी करना चाहते हैं अगर किसी भी पत्रकार को खरोच तक भी आई तो इस बात के भी जिम्मेदार एसपी अजय कुमार पांडे होगे।

Friday, August 30, 2019

पत्रकारों के अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को युवा भ्रष्टाचार विरोधी संगठन ने किया समर्थन पत्रकारों के शोषण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, पत्रकारों की मांगे अगर पूरी ना हुई तो सड़कों पर उतरकर करेगे चक्का जाम: फैजान सिद्दीकी

पत्रकारों के अनिश्चितकालीन  धरना प्रदर्शन को युवा भ्रष्टाचार विरोधी संगठन ने किया समर्थन

पत्रकारों के शोषण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, पत्रकारों की मांगे अगर पूरी ना हुई तो सड़कों पर उतरकर करेगे  चक्का जाम: फैजान सिद्दीकी





शामली । शुक्रवार

जनपद शामली में कलेक्टर कार्यालय पर पत्रकारों के शोषण को लेकर धरना प्रदर्शन जारी है। वहीं युवा भ्रष्टाचार विरोधी संगठन के राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष फैजान सिद्दीकी कैराना भी मौजूद रहे। शुक्रवार सुबह 9:00 बजे से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन जारी है।

 हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल बना पत्रकारों का धरना प्रदर्शन

 जुमे की नमाज भी अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन स्थल में अदा की गई। वहीं मुस्लिम समाज के पत्रकारों ने जुमे की नमाज के बाद दुआ में जनपद शामली की पुलिस की सद्बुद्धि के लिए दुआ मांगी। जनपद के आधा दर्जन सामाजिक संगठनों ने पत्रकारों को समर्थन किया। वहीं युवा भ्रष्टाचार विरोधी संगठन के राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष फैजान सिद्दीकी कैराना ने भी पत्रकारों को समर्थन किया। पत्रकारों के मान सम्मान  की लड़ाई लड़ने का निर्णय लेते हुए। शुक्रवार सुबह 9:00 बजे से और अब तक कलेक्टर कार्यालय शामली में डटे है। फैजान सिद्दीकी  कैराना का कहना है पत्रकार इस देश का चौथा स्तंभ है हमें पत्रकारों का मान सम्मान करना चाहिए अगर कोई भी पत्रकार का शोषण करता है तो यह हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा पत्रकार एक समाज का आईना है पत्रकार को जो दिखता है यह वही समाज को सत्य दिखाता है जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी हम यहां से नहीं हटेंगे, सड़कों पर उतरकर चक्का जाम कर देंगे।

पत्रकारों की मांगे पूरी ना हुई तो, भूख हड़ताल से भी नहीं हटेंगे, अब पत्रकारों का शोषण बर्दाश्त नहीं होगा: महराब चौधरी शामली कलेक्ट्रेट कार्यालय पर रात के अंधेरे में भी जारी पत्रकारों का धरना पत्रकारों की मांगे अगर पूरी ना हुई तो कर लूंगा आत्मदाह: पंकज वालिया बौखलाए हुए एसपी शामली ने पत्रकारों के धरना स्थल कलेक्ट्रेट कार्यालय से कटवाई लाइट, पुलिस द्वारा जनरेटर रोकने का भी किया गया प्रयास पत्रकारों पर अब अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा, ईट का जवाब देना जानते हैं पत्थर से: गुलवेज सिद्दीकी

पत्रकारों की मांगे पूरी ना हुई तो, भूख हड़ताल से भी नहीं हटेंगे, अब पत्रकारों का शोषण बर्दाश्त नहीं होगा:  महराब चौधरी

शामली कलेक्ट्रेट कार्यालय पर रात के अंधेरे में भी जारी पत्रकारों का धरना

पत्रकारों की मांगे अगर पूरी ना हुई तो कर लूंगा आत्मदाह:  पंकज वालिया

बौखलाए हुए  एसपी शामली ने पत्रकारों के धरना स्थल कलेक्ट्रेट कार्यालय  से  कटवाई लाइट, पुलिस द्वारा जनरेटर रोकने का भी किया गया प्रयास

पत्रकारों पर अब अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा, ईट का जवाब देना जानते हैं पत्थर से: गुलवेज सिद्दीकी 


 जनपद शामली के पत्रकार गण
 धरना स्थल पर बैठे जनपद शामली के पत्रकार
 डीएम शामली से वार्ता करते जनपद शामली के पत्रकार
 महराब चौधरी अध्यक्ष प्रेस क्लब कैराना रज़ि
जुमे की नमाज मैं दुआ करते मुस्लिम समाज के पत्रकार

महराब चौधरी अध्यक्ष प्रेस क्लब कैराना (रज़ि 0)

महराब चौधरी अध्यक्ष प्रेस क्लब कैराना (रज़ि 0)


सुनील धीमान  कोषाध्यक्ष प्रेस क्लब कैराना (रज़ि 0)



महरबान अली कैरानवी महासचिव प्रेस क्लब कैराना (रज़ि 0)

शामली । शुक्रवार

शामली। पत्रकारों के लगातार हो रहे शोषण को लेकर शामली कलेक्ट्रेट में पत्रकारों का अनिश्चितकालीन धरना रात के अंधेरे में भी जारी है।  लगभग 3 महा पहले  1 न्यूज़ चैनल के संवाददाता अमित शर्मा के साथ जीआरपी शामली पुलिस द्वारा की गई अमानवीय घटना को लेकर शुक्रवार को जनपद शामली में जिले के पत्रकारों ने पत्रकार एकता की मिसाल  देते हुए कलेक्ट्रेट में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन सुबह 9, बजे शुरू किया था। जो लगभग लगातार 16 घंटे हो चुके हैं। रात के अंधेरे  में भी पत्रकारों का धरना शामली कलेक्ट्रेट में जारी है। वही पत्रकारों की मांग है कि एसपी शामली अजय कुमार पांडे को तत्काल जनपद शामली से हटाया जाए वह एसएचओ कांधला को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए। जिनके द्वारा कांधला के एक पत्रकार को फर्जी मुकदमे में जेल भेजा गया है। जनपद शामली के पत्रकार पुलिस की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं है। पुलिस द्वारा आए दिन किसी न किसी पत्रकार के खिलाफ फर्जी मुकदमा कर उसे जेल भेजा जा रहा है।  जीआरपी शामली पुलिस द्वारा 1 न्यूज़ चैनल के संवाददाता अमित शर्मा के साथ जो अमानवीय घटना की गई थी। उसे पूरा देश जानता है। इस प्रकरण में शामली के पत्रकारों ने डीजीपी महोदय ओपी चौधरी से मिलकर पूरे प्रकरण की जांच किसी निष्पक्ष जांच एजेंसी से कराए जाने की मांग की थी। लेकिन डीजीपी द्वारा पुलिस की समकक्ष सिविल पुलिस शामली पूरे प्रकरण की जांच सौंपी गई थी। जिसमें शामली पुलिस कप्तान अजय कुमार पांडे द्वारा जांच को क्राइम ब्रांच द्वारा कराया गया। जिसमें जीआरपी कांड के सभी आरोपियों को क्लीन चिट दे दी गई है। तो वहीं जीआरपी कांड के आरोपी बहाल भी हो चुके हैं। पत्रकारों की मांग है कि अमित शर्मा  प्रकरण की जांच सीबीआई से कराई जाए क्योंकि पुलिस की जांच पुलिस कर रही है। लिहाजा पत्रकार को न्याय मिलना नामुमकिन ही नहीं असंभव भी है। पत्रकारों की यह भी मांग है कि जिस जांचकर्ता ने अमित शर्मा प्रकरण की पूरी जांच की है। उसके फोन कॉल बातचीत मिलने का समय और जांचकर्ता कब-कब किस से मिले व कहां रुके इन सब बिंदुओं पर प्रशासनिक जांच कराई जानी चाहिए। पत्रकारों की मांग है कि शामली एसपी अजय कुमार पांडे को तत्काल प्रभाव से शामली से स्थानांतरण किया जाए। वही आपको बता दें कि शामली कलेक्ट्रेट में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन सुबह 9:00 बजे से जारी है। हिंदू मुस्लिम एकता की मिसाल बना  पत्रकारों का धरना वहीं मुस्लिम समाज के पत्रकारों ने जुमे की नमाज भी धरना स्थल में ही अदा की है। 16 घंटे से चल रहे अनिश्चितकालीन धरना रात्रि में भी जारी है।
हालांकि शामली डीएम अखिलेश सिंह ने  पत्रकारों की एक मीटिंग भी  की है। जिसमें पत्रकारों ने अपनी मांग रखी की कांधला एसएचओ को तुरंत हटाया जाए वही डीएम अखिलेश सिंह ने 10 दिन का समय मांगा है। लेकिन पत्रकार नहीं माना  व रात के अंधेरे में  धरना जारी रहेगा। वहीं शामली एसपी अजय कुमार पांडे बौखलाए हुए नजर आए अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन स्थल कलेक्ट्रेट कार्यालय से चल रहे धरना प्रदर्शन से लाइट भी कटवा दी गई। वहीं जब पत्रकारों ने लाइट का बंदोबस्त करते हुए जनरेटर मंगवाया तो पुलिस द्वारा कलेक्ट्रेट गेट पर  ही जनरेटर को रुकवाने का प्रयास किया गया।
प्रेस क्लब कैराना (रजि•) के अध्यक्ष महराब चौधरी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि  आए दिन जनपद शामली में पत्रकारों का शोषण हो रहा है इसकी हम कठोर निंदा करते हैं और हम अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगे पूरी कराएंगे अगर हमारी मांगे पूरी ना हुई तो हम भूख हड़ताल भी करेंगे !
          श्री महराब चौधरी ने यह भी कहा कि शामली पुलिस धरना स्थल से लाइट कटवा कर अपनी घिनौनी हरकत दिखाने से बाज नहीं आई और पुलिस वाले क्या समझते हैं हम यहां से चले जाएंगे यह धरना पूरी रात चलेगा और जब तक चलेगा जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती।
वहीं अपने विचार रखते हुए पंकज वालिया ने  कहा कि पत्रकारों के हितों की लड़ाई मैं हर तरीके से लड़ने के लिए तैयार हूं परंतु अगर हमारी मांगे पूरीना की गई तो मैं कलेक्ट्रेट कार्यालय पर आत्महत्या कर लूंगा। अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन में कांधला से भारी पत्रकारों की संख्या में जहीर आरजू महासचिव भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एसोसिएशन (रजि•) व कैराना से महराब चौधरी अध्यक्ष प्रेस क्लब कैराना (रजि•) ने पत्रकार एकता की मिसाल पेश की वही भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एसोसिएशन (रजि•) के राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष व प्रेस क्लब कैराना (रजि•) के सचिव गुलवेज सिद्दीकी कैराना ने बोलते हुए कहा कि अगर ऐसे ही जनपद शामली में पत्रकारों का शोषण होता रहा तो हम हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे हम ईट का जवाब पत्थर से देना जानते हैं। अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन रात के अंधेरे में भी जारी है जब तक पत्रकारों की मांगे पूरी नहीं हो जाती जब तक पत्रकार धरने से नहीं हटेगा।

Thursday, August 29, 2019

सरकार व पुलिस प्रशासन से अपील करता हूं! कि वह खुद व गुंडे बदमाशों एव माफ़ियाओं को संरक्षण दे कर पत्रकारों का उत्पीड़न कराना तथा पत्रकारों पर अत्याचार कराना बंद करें नहीं तो वह दिन दूर नहीं जब इस देश की जनता गुंडे बदमाशों व माफ़ियाओं के अत्याचार से तंग आकर आत्मदाह करने को मजबूर होंगे, उस समय सरकार एवं पुलिस प्रशासन के पास पछतावे के अलावा कुछ नहीं रहेगा: महराब चौधरी


सरकार व पुलिस प्रशासन से अपील करता हूं! कि वह खुद व गुंडे बदमाशों एव माफ़ियाओं को संरक्षण दे कर पत्रकारों का उत्पीड़न कराना तथा पत्रकारों पर अत्याचार कराना बंद करें नहीं तो वह दिन दूर नहीं जब इस देश की जनता गुंडे बदमाशों व माफ़ियाओं के अत्याचार से तंग आकर आत्मदाह करने को मजबूर होंगे, उस समय सरकार एवं पुलिस प्रशासन के पास पछतावे के अलावा कुछ नहीं रहेगा: महराब चौधरी 


रिपोर्ट- गुलवेज सिद्दीकी कैराना 

प्रेस क्लब कैराना (रजि•) के अध्यक्ष  महराब चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि पत्रकारों पर बढ़ते अत्याचार और पत्रकारों का हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ़ आज दिनांक 30 अगस्त दिन शुक्रवार को जनपद शामली में समस्त पत्रकारों की ओर से शामली कलेक्ट्रेट पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू होगा जिसमें पत्रकारों के हकों की लड़ाई लड़ी जाएगी
                         प्रेस क्लब कैराना (रजिस्टर्ड) के अध्यक्ष महराब चौधरी ने कहा कि प्रेस क्लब कैराना (रजि•) पत्रकारों के मान सम्मान की लड़ाई में समस्त पत्रकार बंधुओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर तन-मन-धन से अपने पत्रकार भाइयों के साथ है!
                        श्री महराब चौधरी ने कहा कि अगर पत्रकारों का उत्पीड़न बंद ना हुआ और पत्रकारों पर बढ़ते अत्याचार पर सरकार और पुलिस प्रशासन ने रोक नहीं लगाई तो शामली से शुरू हो रहा यह धरना प्रदर्शन पूरे देश में शुरू होगा और पत्रकार सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने पर मजबूर होंगे
           प्रेस क्लब कैराना (रजि•) के अध्यक्ष महराब चौधरी ने कहा कि आजकल देश में चारों ओर पत्रकारों का उत्पीड़न किया जा रहा है! तथा अवैध कार्य करने वाले तस्कर , भू-माफिया , गुंडे , बदमाश तो पत्रकारों पर अत्याचार करते ही हैं! मगर दु:ख की बात यह है! कि पुलिस और प्रशासन भी पत्रकारों पर कम अत्याचार नहीं कर रहा है!
                       श्री महराब चौधरी ने कहा की पत्रकार देश के लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है! और जब देश के लोकतंत्र का चौथा स्तंभ ख़तरे में हैं? तो फ़िर आखिर सुरक्षित कौन हैं?
                  श्री महराब चौधरी ने कहा कि जब कानून के रखवाले पुलिस प्रशासन ही पत्रकारों का सबसे ज्यादा उत्पीड़न कर रहा है! और अत्याचार कर रहा है! इससे बड़ी दु:ख की बात कोई और नहीं हो सकती
                  श्री महराब चौधरी ने कहा कि आज के समय में माफियाओं और गुंडे-बदमाशों से ज्यादा पुलिस-प्रशासन पत्रकारों का उत्पीड़न वह पत्रकारों पर अत्याचार करने में लगा हुआ है!
                   श्री महराब चौधरी ने कहा कि पत्रकार और पुलिस प्रशासन का चोली दामन का साथ होता है! तथा पत्रकार हमेशा पुलिस प्रशासन का आंख बंद करके भरपूर सहयोग करते हैं! और अपनी जान पर खेलकर समाचार संकलन करते हैं! मगर पता नहीं क्यों ?? पुलिस प्रशासन पत्रकारों से ऐसे रंजिश रखता है? जैसे पत्रकार कोई आतंकवादी हो ??
                                   प्रेस क्लब कैराना (रजि.) के अध्यक्ष श्री महराब चौधरी ने कहा कि अगर पुलिस-प्रशासन ने पत्रकारों का उत्पीड़न और पत्रकारों पर अत्याचार करना बंद नहीं किया तो वह दिन दूर नहीं जब पूरे भारतवर्ष का पत्रकार सड़कों पर उतर कर संघर्ष करने को मजबूर होगा
                            श्री महराब चौधरी ने कहा कि पुलिस प्रशासन को तो पत्रकारों का सहयोग उसी प्रकार करना चाहिए जिस प्रकार पत्रकार पुलिस प्रशासन का सहयोग करता है!
                         उन्होंने कहा कि अगर पुलिस-प्रशासन ने पत्रकारों का  उत्पीड़न और पत्रकारों पर हो रहे अत्याचार को बंद नहीं किया तथा पत्रकारों की सुरक्षा नहीं की तो शामली की धरती से शुरू हो रहा यह आंदोलन समस्त भारतवर्ष में फैलेगा
              श्री महराब चौधरी ने केंद्र एवं राज्य सरकार से भी मांग की कि वह पत्रकारों को सुरक्षा मुहैया कराए तथा ""पत्रकार सुरक्षा विधेयक"" को सदन में पास कराएं और पुलिस प्रशासन को आदेशित किया जाए की बिना कारण पत्रकारों का उत्पीड़न और उन पर अत्याचार ना किया जाये
                 श्री महराब चौधरी ने कहा कि अगर कोई पत्रकार गलती करता है! या कानून को तोड़ता है! तो आप उसकी निष्पक्ष जांच करके उसे सजा दीजिए
                         मगर बिना कारण पत्रकारों का उत्पीड़न और पत्रकारों पर हो रहा अत्याचार अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा लोकतंत्र के इस चौथे स्तंभ ने बहुत उत्पीड़न सह लिया है! बहुत अत्याचार बर्दाश्त कर लिया है!
                         प्रेस क्लब कैराना (रजि) के अध्यक्ष महराब चौधरी ने कहा कि सरकार और पुलिस के लिए शर्म की बात है कि पत्रकार धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर हो गया इससे शर्मनाक बात इस देश की सरकार और पुलिस-प्रशासन के लिए और क्या हो सकती है??
                  उन्होंने कहा कि जनता हमेशा पत्रकारों द्वारा टीवी चैनलों पर दिखाई गई न्यूज़ और अखबारों में प्रकाशित होने वाले समाचारों पर विश्वास करती है! क्योंकि पत्रकार जनता को अपनी जान दांव पर लगाकर सच से अवगत कराता है!
                         मगर पुलिस प्रशासन हमेशा पत्रकारों के साथ सौतेला व्यवहार करता है!
                              और पुलिस-प्रशासन प्रशासन इसी ज़ुस्तज़ू में रहती है! कि कैसे पत्रकारों को किसी झूठे मुकदमों में फंसाया जाए या कैसे पत्रकारों का उत्पीड़न किया जाए या कैसे पत्रकारों पर अत्याचार किया जाये
                             श्री महराब चौधरी ने कहा कि मैं सरकार और पुलिस-प्रशासन से पूछना चाहता हूं?? कि आखिर पत्रकारों ने ऐसी कौन सी गलती की है? कि आप पत्रकारों के पीछे हाथ धोकर नहीं बल्कि नहा धोकर पीछे पड़े हो
                              उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी शर्मनाक बात तो यह है? कि पुलिस-प्रशासन ख़ुद तो पत्रकारों का उत्पीड़न करता है! वह गुंडे-बदमाशों और माफ़ियाओं को भी संरक्षण देकर पत्रकारों पर अत्याचार करने को कहता है!
                          उन्होंने कहा कि जब तक गुंडे,बदमाशों और माफ़ियाओं को पुलिस प्रशासन का संरक्षण प्राप्त होता रहेगा और वह पत्रकारों का उत्पीड़न करते रहेंगे और पत्रकारों पर अत्याचार करते रहेंगे तो गुंडे और बदमाशों तथा माफियाओं का हौसला बुलंद होगा और वह जनता पर भी उत्पीड़न करेंगे और उनका पर भी अत्याचार करेंगे
                   श्री महराब चौधरी ने कहा कि इसलिए मैं सरकार और पुलिस प्रशासन से अपील करता हूं! कि वह गुंडे बदमाशों और माफ़ियाओं को संरक्षण देना बंद करें नहीं तो वह दिन दूर नहीं जब इस देश की जनता गुंडे बदमाशों और माफ़ियाओं का अत्याचार से तंग आकर आत्मदाह करने को मजबूर होंगे
                  प्रेस क्लब कैराना (रजि•) के अध्यक्ष श्री महराब चौधरी ने कहा कि अगर पुलिस-प्रशासन और सरकार ने अपने रवैया को नहीं बदला तो वह दिन दूर नहीं जब इस देश में त्राहि-त्राहि मच जाएगी 
                   और उसके बाद पुलिस प्रशासन और सरकार के पास पछतावे के अलावा कुछ नहीं होगा तब सरकार और पुलिस प्रशासन सोचेगा कि उन्होंने तो पत्रकारों का उत्पीड़न किया ही है! मगर उन्होंने गुंडे बदमाशों और माफ़ियाओं को संरक्षण देकर जो पत्रकारों का उत्पीड़न कराया है! वह उनसे बड़ी भूल हो गई है! मगर उस समय पछतावे के अलावा कुछ और नहीं होगा क्योंकि उन गुंडे बदमाशों और माफ़ियाओं का होंसला उस समय तक इतना बढ़ चुका होगा कि वह जनता पर अपना क्रूर अत्याचार करना शुरू कर देंगे तथा सरकार और पुलिस प्रशासन हाथ मलते रह जाएगी
                                  प्रेस क्लब कैराना (रजि•) के अध्यक्ष श्री महराब चौधरी ने जनपद के समस्त पत्रकारों से अपील करते हुए कहा कि वह सुबह 30 अगस्त दिन शुक्रवार को प्रातः 10:00 बजे तक अपने मान सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा की लड़ाई लड़ने के लिए शामली कलेक्ट्रेट में शुरू हो रहे अनिश्चितकालीन धरने पर पहुंचे और तब तक धरने पर डटे रहें जब तक पुलिस प्रशासन तथा गुंडे बदमाश और माफ़िया पत्रकारों पर अत्याचार करना और पत्रकारों का उत्पीड़न करना बंद ना कर दें तथा सरकार और पुलिस-प्रशासन पत्रकारों की सुरक्षा की व्यवस्था नहीं करती 
               प्रेस क्लब कैराना (रजि•) के अध्यक्ष श्री महराब चौधरी ने केंद्र व राज्य सरकार से सदन में ""पत्रकार सुरक्षा विधेयक"" पास कराने की मांग भी की

Wednesday, August 28, 2019

हर अफवाह फैलाने के पीछे होता है एक मकसद जानिए बच्चा चोर गिरोह  की अफवाहों से हो रहा किन मामलों में इज़ाफ़ा

हर अफवाह फैलाने के पीछे होता है एक मकसद

जानिए बच्चा चोर गिरोह  की अफवाहों से हो रहा किन मामलों में इज़ाफ़ा

आरिफ थानवी

ज़रा मंगलवार की संभल वाली घटना पर विचार कीजिये। बच्चा चोर-बच्चा चोर और मारो-मारो का शोर मचाती भीड़, ज़मीन पर गिरे दो बेबस लोग, हर ओर से पड़ते लात घूंसे और लाठी डंडे और इसके बीच मोबाइल से वीडियो बनाते लोग। भीड़ का मात्र एक ही मक़सद, कि बच्चे के साथ गुज़र रहे इस बच्चा चोर को खत्म करना। भीड़ द्वारा मार खा रहे राम अवतार नामक व्यक्ति गिड़गिड़ाते हुए चिल्ला रहे हैं कि यह बच्चा मेरा भतीजा है। बच्चा भी रो रोकर चीख पुकार कर बोल रहा है कि इनको मत मारो यह मेरे चाचा हैं लेकिन भीड़ ने उनकी एक भी न सुनी और पीट पीटकर उनकी हत्या कर दी। हुआ वही जो देश में अलग अलग स्थानों पर कथित राष्ट्रवाद या गौ रक्षकों द्वारा हो रहा है। मगर इस बार कारण कोई नारा या गौ रक्षा नहीं बल्कि अपने लाडले बच्चों के जज़्बात थे। भीड़ द्वारा मार खाकर अपनी जान गंवा रहे पहलू खान हो या राम अवतार, भीड़ मारते हुए उनकी वीडियो भी बनाती है लेकिन कानून उनको तब भी इंसाफ नहीं दिला पाता। आरोपी खुद को रक्षक बताकर खुलेआम घूमते हैं। बुलन्दशहर में इंस्पेक्टर की हत्या के आरोपी की जमानत पर भीड़ के लोग उनका फूल मालाओं से स्वागत करते हैं और उसके साथ सेल्फियां लेते हुए नारे लगाते हैं। यह घटना हम सभी के लिए शर्मनाक स्थिति पैदा करती है।

कहीं मोब लिंचिंग को बढ़ावा देने के लिए तो नहीं फैलाई जा रही  बच्चा चोर  गिरोह की अफवाहें?
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने कहा कि बच्चा चोर गिरोह की अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध रासुका की कार्यवाही की जाएगी। साथ ही अफवाह फैलाने वाले लगभग  83 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। अगर देखा जाए तो बीते कई सालों में गौ हत्या की अफवाहों ने कई लोगों की जान ली है। उनकी हत्या करते हुए वीडियो भी बनाई जाती है। जैसे मंगलवार को संभल में भीड़ द्वारा मरने वाले राम अवतार (जिसकी हत्या करने वाली भीड़ की वीडियो भी वायरल हो रही है) को इंसाफ मिल पायेगा या उसे भी पहलू खान की तरह ''नो वन किल्ड पहलू खान'' की तरह अन्याय ही देखने को मिलेगा। बीते दिनों मुज़फ्फरनगर के खालापार क्षेत्र में एक युवक को बच्चा चोर की अफवाह पर बुरी तरह पीटा गया। समय रहते पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उक्त युवक को भीड़ से बचाया। पुलिस के सामने ही लोग उसको जान से मारने को तैयार हो रहे थे। यदि पुलिस मौके पर न पहुंचती तो उक्त युवक की भी हत्या हो सकती थी। चरथावल क्षेत्र में अफवाह फैलाई गई कि 2 महिलाओं द्वारा बच्चों को बेहोश कर बुर्के में छिपाकर ले जाया जा रहा है। लेकिन थाना प्रभारी ने तुरंत मौके पर पहुंच स्थिति संभाली और सोशल साइट्स पर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए अफवाह फैलाने वालों पर शिकंजा कसने की बात कही। मुज़फ्फरनगर में भी कई लोगों को अफवाह फैलाने के आरोप में तत्काल गिरफ्तार किया गया, अन्यथा किसी भी प्रकार की घटना गठित हो सकती थी।

अफवाह फैलाने वालों को दिया जाता है सम्मान!
हमारे देश में हमेशा अफवाह फैलाने वालों को अधिक सम्मान दिया जाता है। यदि चाय की दुकान पर बैठकर कोई भूतप्रेत, पिछल पावड़ी, आत्माओं की कहानी सुनाता है तो उसे 2-3 चाय और बीड़ी का मंडल फ्री में ही मिल जाता है। यह परंपरा काफी पुरानी है। मुज़फ्फरनगर जनपद में डेढ़ माह पहले एक अखबार में बच्चा चोर गिरोह की खबर को लीड रोल दिया था। आधे पन्ने की खबर में बच्चों की अपहरण की कहानी इस प्रकार दर्शायी गयी थी जैसे कि बच्चा चोर गिरोह के अपहरणकर्ताओं ने स्वयं अपनी जीवनी लिखकर दी हो। यदि समाचार पत्रों में ही अफवाहों को मुख्य समाचार की जगह दी जायेगी तो लोग विश्वास किस पर करेंगे?

*अफवाहों के पीछे के मुख्य कारण*
समय समय पर एक नई अफवाह फैलाई जाती है लेकिन सभी अफवाह फैलाने के पीछे एक मक़सद होता है।  मुज़फ्फरनगर में सबसे ज्यादा दहशत *ब्लैड-मैन* की अफवाह पर थी। इस अफवाह के अंतर्गत लड़कियों पर ब्लेडमैन हमला करता था और बड़ी चालाकी से लड़कियों के हाथ पर वार करता था। धीरे धीरे यह मामला जनपदभर के कई क्षेत्रों से आने लगा। लड़कियों द्वारा शिकायतें दर्ज कराई जाने लगी। इसके अलावा पिछले साल ही चोटी काटने वाली चुड़ैल ने भी लड़कियों में खूब दहशत फैलाई। ब्लेडमैन या चोटी कटने के डर से लड़कियों ने घर से बाहर न निकलने का फैसला लिया। चोटी कटवा चुड़ैल से जुड़ी अफवाह को बढ़ावा इसलिए भी मिला क्योंकि अफवाह फैलाई गई कि जो महिला छोटी कटवा चुड़ैल की पीड़ित होगी, उसको सरकार द्वारा मुआवजा दिया जाएगा। बस फिर क्या चोटी कटवा चुड़ैल के मामले आम हो गए और पीड़ित लड़कियों के मामले प्रकाश में आने लगे जिससे और भी दहशत फैलती गयी। पुलिस के लिए ब्लेडमैन और चुड़ैल सिरदर्द बनकर रह गए थे। दोनों मामलों को एक साथ इसलिए जोड़ा गया है क्योंकि दोनों अफवाहें *"वेलेंटाइन वीक"* के दौरान की थी। उस दौरान सभी कुछ भूल सब अपने अपने घरों में ख़ौफ़ज़दा स्थिति में थे। दिल्ली का बंदर हो या सहारनपुर की चमकती आंखों वाली बिल्ली, दोनों ने ही लोगों को पूरी रात जागने पर मजबूर किया। जिससे चोरी के मामलों में अंकुश लगा। और लोगों में दहशत बनी रही। इसी प्रकार भारत में सबसे बड़ा मुद्दा है मॉब लिंचिंग का, अभी तक हत्याएं धर्म या देशभक्ति के नाम पर हो रही थी लेकिन अब भीड़ वही है, हत्यारे वही है वीडियो बनाने वाले लोग भी यही है मरने वाले पीड़ित भी वही है लेकिन हत्या का कारण बदल गया है अब लोग अपने लाडले के नाम पर हत्याएं करने को मजबूर है लेकिन सवाल यह है कि कौन है जो इन हत्याओं को बढ़ावा दे रहा है? पहलू खान के अदालती फैसले ने पूरे देश को निराश किया। क्या कानून में बदलाव की ज़रूरत है? या ज़रूरत है हत्यारी भीड़ के संरक्षकों का पता करने की?

खैर कारण कुछ भी हो हमारा  आपसे अनुरोध है कि किसी भी मामले को अपनी भावनाओं से जोड़ने से पहले उसकी पुष्टि अवश्य कर लें।

एम्बुलेंस मैं पैसे लेने की शिकायत पर डिप्टी सीएमओ व चालक को जेल भेजा जायेगा: सेल्वा कुमारी जे सीएचसी पीएचसी पर आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चत कराई जाए: जिलाधिकारी

एम्बुलेंस मैं पैसे लेने की शिकायत पर डिप्टी सीएमओ व चालक को जेल भेजा जायेगा: सेल्वा कुमारी जे

सीएचसी पीएचसी पर आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चत कराई जाए: जिलाधिकारी


रिपोर्ट- फिरोज खान (मु.नगर)
मुजफ्फरनगर-  जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे जनपद की स्वास्थ्य सेवाओ के प्रति गम्भीर रूख अपनाते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी को कडे निर्देश दिये अगर एम्बुलेंस में किसी के द्वारा पैसे मागे जाने की शिकायत प्राप्त हुई और जांच के उपरान्त शिकायत सही पाये जाने पर डिप्टी सीएमओ व ड्राईवर को जेल भेजा जायेगा। उन्होने कहा कि सभी एम्बुलेंस में निशुल्क सेवा का बोर्ड व उस पर शिकायत नम्बर लगा होना चाहिए। उन्होने कहा कि जांच कराई जायेगी।
जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे आज कलैक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य विभाग की डी एच एस की समीक्षा बैठक कर रही थी।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जिला चिकित्सालय, सभी सी एच सी व पी एच सी पर सभी आवश्यक दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चत कराई जाये। उन्होने कहा कि सभी सीएचसी व पीएचसी पर निरीक्षण कराया जायेगा। निरीक्षण में गडबडी मिलने पर सम्बन्धित के विरूद्व कडी कार्यवाही की जायेगी। उन्होने निर्देश दिये कि 102 व 108 का रिस्पोंस टाईम ठीक कराया जाये। एम्बुलेंस समय से मरीज तक पहुंचे। उन्होने निर्देश दिये कि सभी एम्बुलेंस ड्राईवर की लिस्ट उपलब्ध कराई जाये ताकि सम्बन्धित थानों को लिस्ट भेजी जा सके। उन्होने निर्देश दिये सभी आशा, आंगनबाडी व आशा संगिनी का पंजीकरण श्रम विभाग में कराया जाये। उन्हे प्रधानमंत्री श्रम मानधन योजना से भी जोडा जाये। उन्होने निर्देश दिये सभी आशओं की एक ग्रेडिग कराई जाये जो सही कार्य नही कर रही है उन्हे हटाया जाये। जेल में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाये। उन्होने कहा कि सभी ग्रामों में एंटी फाॅगिग मशीन क्रय कराई जाये, सभी आंगनबाडी सैन्टर पर वजन मशीन, लम्बाई नापने आदि का सामान अनटाईडफंड से क्रय किया जाये।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि सभी प्राथमिक विधालयों में बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में अन्तर्गत अभियान चलाकर सभी बच्चों को स्वास्थ्य केन्द्र पर बुलाया जाये और उनकी आँखों, कान व अन्य बीमारियों की जांच कराई जाये। उन्होने निर्देश दिये कि बच्चों की दृष्टि कम पाये जाने, कम सुनने पर उन्हे निशुल्क चश्में, सुनने की मशीन उपलब्ध कराई जाये। उन्होने कहा कि बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में अगर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जायेगी। उन्होने कहा कि प्रतिदिन इसकी रिर्पोट प्रेषित करें कि कितने बच्चों की स्वास्थ्य जाच की गई। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की जानकारी का प्रचार प्रसार किया जाये। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य येाजनाओं में विभिन्न मदों मंे प्राप्त धनराशि के खर्च की कमी पर मुख्य चिकित्साधिकारी तथा नोडल अधिकारियों को चेतावनी जारी करने के निर्देश भी दिये।
इस अवसर पर प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी पीएस मिश्रा, सीएमएस, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी सहित एमओआईसी व चिकित्सक उपस्थित थे। 

*सुरेश राणा बोले यह वही कैराना है जहां दिन दहाड़े हत्या कर दी जाती थी, लोग पलायन करने पर मजबूर थे* *योगीराज में कैराना से अपराध हुआ है खत्म: सुरेश राणा* *सुरेश राणा ने सांसद स्वर्गीय हुकूम सिंह को किया याद*

सुरेश राणा बोले यह वही कैराना है, जहां दिन धड़े हत्या कर दी जाती थी, लोग पलायन करने पर मजबूर थे

अब योगीराज में कैराना से अपराध हुआ है खत्म:  सुरेश राणा

सुरेश राणा ने सांसद स्वर्गीय हुकूम सिंह को किया याद



बाइट- सुरेश राणा (केबिनेट मंत्री)




रिपोर्ट- गुलवेज सिद्दीकी कैराना 


कैराना । बुधवार 


कैबिनेट मंत्री बनने के बाद सुरेश राणा पहली बार पहुंचे कैराना  फूल मालाओं के साथ अनिल चौहान ने हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ  किया जोरदार स्वागत।

 लगाए सुरेश राणा जिंदाबाद के नारे, कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा के साथ-साथ कैराना सांसद प्रदीप चौधरी का भी अनिल चौहान क्षेत्रीय उपाध्यक्ष किसान मोर्चा भाजपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश ने  किया जोरदार स्वागत, सुरेश राणा ने बोलते हुए कहा कि कैराना में जहां दिनदहाड़े व्यापारियों की हत्या दी जाती  थी। कैराना से व्यापारी पलायन करने पर मजबूर थे। रंगदारी  ना देने की वजह से व्यापारियों की हत्या की जा रही थी। इसी भाजपा सरकार में कैराना से सांसद रहे, स्वर्गीय बाबू हुकुम सिंह जी ने ही पलायन का मुद्दा उठाकर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम किया था। 
सुरेश राणा ने स्वर्गीय बाबू हुकुम सिंह को याद करते हुए कहां की, बाबूजी मुझे मुजफ्फरनगर के शिव चौक पर एक मीटिंग के दौरान मुझसे सांसद जी ने कहा था तुम एक दिन कैबिनेट मंत्री बनोगे आज वह दिन मुझे याद आ रहा है।  शायद आज वह हमारे बीच में होते। आज मुझे खुशी हो रही है, कि उनके आशीर्वाद से आज मैं कैबिनेट में पहुंचा हूं।

वहीं कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने पत्रकारों से कहां यह वही कैराना है, जहां व्यापारियों की दिनदहाड़े हत्या कर दी जाती थी। अब योगी सरकार में अपराधियों पर लगाम कसी गई है, मैं धन्यवाद करना चाहूंगा माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का व माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का आज उनके कारण यहां शांति व्यवस्था कायम हुई है। सभी खुशहाल है, लोग अपने घरों में वापस लौट रहे हैं। जो पलायन करके चले गए थे आज वह वापस लौट रहे हैं। यह कैराना विकास का मानक बना है। योगी सरकार में पानीपत से खटीमा मार्ग से फोर लाइन बनने वाला है। यह कैराना की जनता के लिए बहुत बड़ी खुशी की बात है। तमाम प्रकार की किसानों की जनता की परेशानियों का समाधान क्या जा रहा है।

Tuesday, August 27, 2019

एसओ छपरोली से जान का खतरा एडीजी मेरठ से लगाई पीड़ित ने सुरक्षा की गुहारबागपत एसपी की गिरी एसओ छपरोली पर गाज  किया लाइन हाजिरपीड़ित सोनू ने न्याय ना मिलने पर दी आत्मदाह की चेतावनी

एसओ छपरोली से जान का खतरा एडीजी मेरठ से लगाई सुरक्षा की गुहार

बागपत एसपी की गिरी एसओ छपरोली पर गाज  किया लाइन हाजिर

पीड़ित सोनू ने न्याय ना मिलने पर दी आत्मदाह की चेतावनी



रिपोर्ट- सालिम खान (छपरोली /बागपत)

बागपत। छपरोली
छपरोली थाना के एसओ चितवन कुमार पर लगा रिश्वत लेने का आरोप, सोशल मीडिया पर हुई वीडियो वायरल 

आपको बतला दे कि सोनू नाम का युवक छपरोली थाना में अपने पिता की सिफारिश के लिए गिया  हुआ था। सोनू का आरोप है। छपरोली एसओ चितवन कुमार ने सोनू के पिता पर फर्जी बलात्कार का मुकदमा लगाने की धमकी दे रहे थे, और सोनू से 2 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। केस को रफा-दफा करने की बात कर रहे थे। इस बीच सोनू के सामने खनन माफिया से किसी कॉन्स्टेबल के द्वारा 20 हजारों रुपये एसओ चितवन कुमार के पास आए और उस पूरी घटना की वीडियो सोनू ने बनाकर वायरल कर दी। सोनू ने एडीजी मेरठ कार्यालय पर तहरीर देते हुए बताया कि मुझे छपरोली एसओ चितवन कुमार से जान का खतरा है। सोनू ने अपनी सुरक्षा की मांग की है सोनू ने यह भी कहा है अगर मुझे न्याय ना मिला तो मैं आत्मदाह कर लूंगा। वहीं पूरा मामला एसपी बागपत ने संज्ञान में लेते हुए छपरोली एसओ चितवन कुमार को लाइन हाजिर कर दिया और पूरे मामले की जांच बागपत एएसपी को सौंप दी गई है।

एसपी बागपत ने बतलाया कि छपरोली एसओ को लाइन हाजिर कर दिया गया है पूरे मामले की जांच चल रही है

*बच्चा चोरी की झूठी अफवाह फैलाने वाले, भीड़ का हिस्सा बनकर कोतवाली के बाहर हंगामा करने वाले, चार युवकों को कैराना पुलिस ने भेजा जेल

बच्चा चोरी की झूठी अफवाह फैलाने वाले, भीड़ का हिस्सा बनकर कोतवाली के बाहर हंगामा करने वाले, चार युवकों को कैराना पुलिस ने भेजा जेल




कैराना एसडीएम डॉ अमित पाल शर्मा



रिपोर्ट-
गुलवेज सिद्दीकी कैराना 

कैराना । मंगलवार
कल शाम करीब 5:00 बजे कैराना के मोहल्ला अफगानान मे गुजरात निवासी पांच महिला अपने परिवार के पालन पोषण के लिए रस्सी बेचने आई थी। कुछ शरारती तत्वों के लोगों ने उनको देखकर बच्चा चोर का शोर मचाना शुरू कर दिया। उन महिलाओं के बच्चे भी छीनने का प्रयास किया गया। बच्चा चोरी के झूठी अफवाह पर एकजुट होकर मोहल्ले वासियों ने पांचों महिलाओं के साथ मार पिटाई कर महिलाओं को पुलिस के हवाले सौंप दिया था। पुलिस ने पांचों महिलाओं को कोतवाली लाकर पूछताछ की तो महिलाओं ने अपना को गुजरात निवासी हाल निवासी पानीपत बतलाया था। जिसके बाद कुछ शरारती तत्व के लोगों की भीड़ कैराना कोतवाली के बाहर लगी रही, जिस कारण पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। मंगलवार को कैराना  कोतवाली पुलिस  ने वायरल वीडियो के द्वारा 4 लोगों की पहचान  इरफान पुत्र अनवार निवासी रशीद नगर मेरठ, इमरान पुत्र शहीद अहमद, इंतजार पुत्र नफीस निवासी इस्लामनगर कैराना, मुरसलीन पुत्र जरीफ निवासी खेल कला कैराना से हुई। चारो युवकों को कैराना  कोतवाली लाया गया। चारों युवकों का गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।

कैराना एसडीएम डॉ अमित पाल शर्मा ने बताया कि कल देर शाम एक वीडियो वायरल हुई थी, जिसमें कुछ शरारती तत्व महिलाओं के साथ मारपीट करते हुए नजर आए जिनकी पहचान कर उनको गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

Monday, August 26, 2019

बच्चा चोरी की अफवाहों पर ध्यान ना दें, शरारती तत्वों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा पुलिस का सहयोग करें: महराब चौधरी

  बच्चा चोरी की अफवाहों पर ध्यान ना दें, शरारती तत्वों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा पुलिस का सहयोग करें: महराब चौधरी 



*झूठी अफवाहों से बचें और कानून को अपने हाथ में ना लें अगर कोई ऐसा मामला नगर के किसी भी मोहल्ले या क्षेत्र के किसी भी गांव में सामने आता है!*
    *तो आप उनके साथ मारपीट ना करें बल्कि पुलिस को सूचना देकर उनको पुलिस को सौपे पुलिस न्याय पूर्वक वैधानिक कार्यवाही करेगी !*
           *अगर ऐसे ही किसी को शक के आधार पर पीटते रहे और वह गंभीर रूप से घायल हो गया या मर गया तो ऐसा कृत्य करने वाले को जेल जाना पड़ेगा !*
                *और पूरी उम्र सलाखों के पीछे काटनी पड़ेगी फ़िर आपके पास पछतावा के अलावा और कुछ नहीं रहेगा !*
              *इसलिए हमें/आपको अफवाहों पर ध्यान नहीं देना है!*
        *और अपने बच्चों की सुरक्षा और देखभाल भी हमें स्वयं करनी है! जितनी अफ़वाह लोग-बाग़ फ़िलहाल ""बच्चा चोर"" ""बच्चा चोर"" चिल्ला रहे हैं!*
               *इतनी मेहनत वह अपने बच्चे का ध्यान रखने में लगाएं बच्चा गलत संगत से भी बचेगा और सुरक्षित भी रहेगा इसलिए*
 *✍""प्रेस क्लब कैराना (रजिस्टर्ड)""✍*
                          *और* 
*🤝""हिंदू-मुस्लिम एकता कमेटी कैराना""🤝*
                       *आप सभी नगर वासियों एवं क्षेत्रवासियों से अपील करता है!*
          *कि अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी के साथ भी कोई भी अप्रिय घटना न करें ना किसी के साथ मारपीट करें !*
                  *अगर नगर या ग्रामीण क्षेत्र में कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या महिला इस प्रकार की घूमती पाई जाती है!*
          *तो उसकी सूचना तुरंत डायल 100 अथवा अपने निकटतम पुलिस स्टेशन को दें !*
                *कानून को अपने हाथ में ना लें नहीं तो कानून आपके साथ भी वही बर्ताव करेगा जो आप दूसरे के साथ करेंगे !*
                   *ऐसी स्थिति में  अगर अफवाह के कारण गरीब बेसहारा व्यक्ति/महिला भीड़ का शिकार बन जाता/जाती है!*
                *और बाद में भीड़ को ही जेल जाना पड़ता है! पहली तो बात*
      *"बच्चा चोर" "बच्चा चोर"*
             *यह एक अफवाह फैलाई जा रही है! जो इस प्रकार की गलत अफवाह फैला रहा है!*
            *उसकी सूचना भी आप पुलिस को दें ताकि पुलिस सही निष्कर्ष पर पहुंच सके और आपकी और आपके बच्चों की हिफ़ाज़त कर सके!* 
              *उत्तर प्रदेश पुलिस सदैव आम जनता की हिफ़ाज़त (सुरक्षा) के लिए सदैव तत्पर हैं!*
           *आप सभी लोग इन अफवाहों पर ध्यान न देकर ऐसे संदिग्ध व्यक्तियों की सूचना पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को दें अगर कोई ऐसा व्यक्ति/महिला बच्चा चोर सही पाया/पाई , जाता/जाती है!*
            *तो उसके विरुद्ध पुलिस सख्त कार्यवाही करेगी और आप भी बच जाएंगे क्योंकि शुरुआत चंद लोग करते हैं!* 
             *और फ़िर भीड़ तो अपना काम करती है! और वह चंद लोग चुपचाप बचकर निकलने में सफल हो जाते हैं!*
              *और वीडियो में आई भीड़ से शिनाख्त करके पुलिस आपके विरुद्ध भी सख्त कार्यवाही करेगी क्योंकि किसी के साथ मारपीट करना या मारपीट के कारण उपरोक्त महिला/व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर भीड़ ही इसकी जिम्मेदार होगी !*
                    *और उनके विरुद्ध भी कानून वही करेगा जो अपराधी के साथ किया जाता है!*
                  *इसलिए अपराधी बनने से बचें और एक अच्छा/सच्चा हिंदुस्तानी और सजग नागरिक/ग्रामीण होने का परिचय दें !*
       *तथा इस अफ़वाह के माहौल में पुलिस प्रशासन का सहयोग करें और सहयोग ले*
             *क्योंकि ताली हमेशा दोनों हाथों से बजती है! एक हाथ से सिर्फ आदमी चुटकी बजा सकता है!* 
             *और आपको पता होगा की चुटकी अहंकार की निशानी होती है और ताली हमेशा सब साथ मिलकर प्यार से बजाते हैं!*
            *और चुटकी बजाने से मुश्किलें पैदा हो जाती हैं? इसलिए पुलिस/प्रशासन का सहयोग भी करें और उनका सहयोग भी ले !*
           *और अफवाहों पर बिल्कुल भी ध्यान ना दें और किसी गरीब व्यक्ति/महिला के साथ मारपीट की घटना न करें अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति/महिला इस प्रकार की किसी भी मोहल्ले या गांव में घूमते/घूमती पाया/पाई जाती है!*
           *तो उसकी सूचना तुरंत डायल हंड्रेड (100नंबर) तथा पुलिस/प्रशासनिक अधिकारियों को दें !*
          *और नगर मोहल्ले एवं ग्रामीण क्षेत्र के जिम्मेदार नागरिक भी इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आपके मोहल्ले या गांव में कोई किसी के साथ मारपीट की घटना ना कर दे !*
              *ऐसी घटना घटित होने से हमारा/आपका ही नुकसान होगा और जब भीड़ किसी को पीटती है! तो वह यह नहीं देखते कि उसको चोट कहां लग रही है!*
               *और गंभीर चोट लगने के कारण उपरोक्त व्यक्ति महिला की मृत्यु भी हो सकती है??*
             *और वह मृत्यु हत्या की श्रेणी में आती है! और हत्या की धारा 302 के तहत आपको उम्र कैद या फांसी की सजा भी हो सकती है!*
           *और आपका हंसता खेलता परिवार एकदम उजड़ जाएगा इसलिए आप सब सम्मानितगण अपने व अपने परिवार तथा अपने क्षेत्र की शांति को ध्यान में रखते हुए ऐसी किसी भी अफवाहों पर ध्यान ना दें !*
                         *बल्कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग करें और सहयोग लें !*
              *मैं ""महराब चौधरी"" आप सभी सम्मानितगणों से आशा ही नहीं बल्कि पूरी उम्मीद रखता हूं! कि आप भविष्य में ऐसी घटना नहीं करेंगे जैसी घटना इन महिलाओं के साथ की गई है!*
            *अगर आप बिना मारपीट किए इन महिलाओं को पुलिस को सौंप देते तो पुलिस अपने स्तर से इनके विरुद्ध कार्यवाही करती अगर यह अपराधी होती तो इनको जेल भेजती और निर्दोष होती तो इनको छोड़ देती !!
                      ""आप"" भी किसी गांव या मोहल्ले में किसी कार्य से जा सकते हैं?? अगर वहां के निवासियों ने ""आपको"" ""बच्चा चोर"" समझ कर ""आपके"" साथ ऐसी घटना घटित कर दी तो आप पर क्या बीतेगी??
                 बस आप यह सोचिए.. और कानून को अपने हाथ में लेने से बचें और कानून की मदद करें तथा अपने देश के संविधान पर विश्वास रखें !
      
धन्यवाद् सहित आपका अपना -:-
....✍
         
महराब चौधरी
अध्यक्ष प्रेस क्लब कैराना (रजिस्टर्ड) कैराना जनपद शामली उत्तर प्रदेश !!
अध्यक्ष हिंदू-मुस्लिम एकता कमेटी कैराना जनपद शामली उत्तर प्रदेश !!

*9012020000 & 9412590372*
*8126943177 & 6395841317*


किसानों की समस्या का समाधान ना हुआ तो एकजुट होकर धरना प्रदर्शन करेंगे व चक्का जाम करेंगे: शाह आलम

किसानों की समस्या का समाधान ना हुआ तो एकजुट होकर धरना प्रदर्शन करेंगे व चक्का जाम करेंगे: शाह आलम
जिला अध्यक्ष - शाह आलम



(रिपोर्ट- फिरोज खान, मु. नगर)
मुज़फ़्फ़रनगर। भारतीय किसान यूनियन अम्बावत के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी रिशिपाल अम्बावत व जिला अध्यक्ष शाह आलम ने राष्ट्रपति के नाम संबोधित एक ज्ञापन धरना-प्रदर्शन कर जिलाप्रशासन को सौंपा। जिसमें उन्होंने मांग की कि गन्ने का समस्त भुगतान 31 अगस्त तक दिलाने के निर्देश जारी थे। व बिजली की दरें कम की जाए। एवं ट्यूबवेल के बिजली के बिल निशुल्क किए जाए। जब तक किसानों पर किसी भी प्रकार का दबाव व प्लेंटी ना लगाई जाए। किसान सम्मान निधि को ₹500 से लेकर ₹5000 प्रतिमाह  किया जाए। वृध्दावस्था  पेंशन ₹5000 प्रतिमाह होनी चाहिए आदि मुद्दों से धरना प्रदर्शन कर अवगत कराया। भाकियू के जिला अध्यक्ष शाह आलम ने कहां की इस सरकार में किसान आत्मदाह करने पर मजबूर है, अगर हमारी मांगे  पूरी नहीं हुई तो, हम एकजुट होकर  धरना प्रदर्शन करेंगे  एवं  चक्का जाम करेंगे । इस दौरान भाकियू के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

कैराना में गुजरात की पांच महिलाओं को बच्चे चोरी के शक में मोहल्ले वासियों ने जमकर पीटा

कैराना में गुजरात की पांच महिलाओं को बच्चे चोरी के शक में मोहल्ले वासियों ने जमकर पीटा



(रिपोर्ट- शमशाद चौधरी कैराना)

कैराना ।सोमवार

बच्चे चोरी की अफवाहों पर नहीं लग पा रहा है अंकुश
आपको बता दें कि जहां बच्चा चोरी की अफवाह से जिले का माहौल गर्म है। वहीं एक ताजा मामला जनपद शामली के कस्बा कैराना के मोहल्ला अफगानान निकट घौसा चुंगी से सामने आया है। जहां पर गुजरात निवासी पांच महिलाएं अपने परिवार के पालन पोषण के लिए रस्सी बेचने का कार्य करती है। रस्सी बेचने आई महिलाओं को शरारती तत्व के लोगों ने देखकर शोर मचाना शुरू कर दिया। बच्चे चोर के शोर को सुनकर मोहल्ले वासियों एकजुट होकर पांचों महिलाओं के साथ मार पिटाई शुरू कर दी। बच्चा चोर की सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची पांचों महिलाओं को कोतवाली लाया गया। कोतवाली के बाहर शरारती तत्वों का जमवाड़ा लगा रहा। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को इधर उधर किया। पुलिस ने महिलाओं से पूछताछ की तो महिलाओं ने अपना नाम नन्नी पत्नी लखन, कल्पना पत्नी अशोक पंवार, गुनगुन पुत्री नन्नी, ककई पत्नी बलवंत पंवार, साइना पत्नी अमन पंवार निवासी गोविंद नगर उड़ान जिला सूरत गुजरात हाल निवासी रेलवे स्टेशन गोदाम पुल के पास पानीपत बताया महिलाओं का कहना है कि हम पानीपत से कैराना रस्सी बेचने के लिए आए थे कुछ लोगों ने हमें देख कर शोर मचाना शुरू कर दिया, और कहने लगे यह बच्चे चोरी करने वाली महिलाएं है, और हमारे बच्चों को हमसे छीन न लगे और हमारे साथ लोगों की भीड़ ने मार पिटाई शुरू कर दी।
सी ओ कैराना राजेश तिवारी का कहना की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी सी ओ कैराना राजेश कुमार तिवारी ने क्षेत्र के लोगों से यह भी अपील की है कि झूठी अफवाहों पर ध्यान ना दें और सोशल मीडिया पर झूठी अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

Sunday, August 25, 2019

शामली जिले के 1 मान्यता प्राप्त पत्रकार समेत 4 के खिलाफ ठगी का मुकदमा

शामली जिले के  1 मान्यता प्राप्त पत्रकार समेत 4 के खिलाफ ठगी का मुकदमा

देहरादून की महिला से जमीन खरीद फरोख्त के नाम पर ठगे 19 लाख रुपए ।।

पीड़िता ने शामली एसपी से की शिकायत, एसपी के निर्देश पर मुकदमा दर्ज ।।



(रिपोर्ट- गुलवेज सिद्दीकी कैराना)

शामली। देहरादून की एक महिला की तहरीर पर पुलिस ने 73 बीघा जमीन दिलाने के नाम पर 19 लाख रुपए ठगने के आरोप में जिले के 1 मान्यता प्राप्त सहित 4 के खिलाफ मुकदमा दर्ज गया  है। महिला का आरोप है कि जिस जमीन को दिखाया गया वह पहले से ही बेच दी गई थी। शामली एसपी के आदेश पर चौसाना चौकी पर मुकदमा दर्ज किया गया है। उत्तराखंड प्रदेश के राजपुर देहरादून निवासी रीटा सिंह भल्ला पत्नी केदारनाथ भल्ला ने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की है कि शौकत अली पुत्र असगर अली, जुल्फिकार पुत्र शौकत सहित एक मान्यता पत्रकार व एक अन्य व्यक्ति के नाई नगला में कृषि भूमि के खसरा नंबर 170 दिखाकर धोखाधड़ी कर ठग लिया। पीड़िता महिला का आरोप है कि दिसंबर 2018 में 73 बीघा जमीन को दिलवाने के लिए शौकत अली पुत्र असगर अली, जुल्फिकार पुत्र शौकत सहित पत्रकार व अन्य से महिला ने संपर्क किया। जमीन पसंद आने पर 19 लाख नगद 16 व 15 लाख के  फैडरल बैंक के 2 चेक शौकत व जुल्फिकार को दिए। जब बैनामा का समय आया तो उस जमीन पर किसी अन्य का कब्जा था। जिसके बाद महिला को धोखाधड़ी का पता लगा। पीड़िता व शौकत आदि  से संपर्क किया तो आरोप है कि महिला को धमकाया गया। पीड़िता शामली एसपी अजय कुमार पांडे से मिली, जिसके बाद चौसाना चौकी पर धोखाधड़ी व धमकाना सहित अन्य धाराओं में शौकत अली नाई नगला, जुल्फिकार नाई नगला समेत जिले के मान्यता पत्रकार व एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

बच्चा चोर की झूठी अफवाह फैलाने वाले शरारती तत्व को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा: यशपाल धामा बच्चा चोर गिरोह की अफवाहों पर अंकुश लगाने के लिए कैराना कोतवाली में बैठक का आयोजन किया गया।

बच्चा चोर की झूठी अफवाह फैलाने वाले शरारती तत्व को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा: यशपाल धामा

बच्चा चोर गिरोह की अफवाहों पर अंकुश लगाने के लिए कैराना कोतवाली में बैठक का आयोजन किया गया।



रिपोर्ट- गुलवेज सिद्दीकी कैराना


कैराना । रविवार

शामली एसपी अजय कुमार पांडे के निर्देश अनुसार कैराना कोतवाली में गणमान्य लोगों एवं सभासद व ग्राम प्रधानों की बैठक का आयोजन किया गया । रविवार की शाम 5 बजे कैराना कोतवाली पर एसपी अजय कुमार निर्देश अनुसार कैराना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक यशपाल धामा ने ग्राम प्रधानों एवं नगर के गणमान्य व वार्ड सभासदों की बैठक ली। बैठक में कैराना  कोतवाली प्रभारी निरीक्षक यशपाल धामा ने कहा कि कैराना कोतवाली क्षेत्र में अगर कोई ऐसी घटना सामने आती है, तो तुरंत पुलिस को सूचना दे। झूठी अफवाह पर शरारती तत्वों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कैराना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक यशपाल धामा ने यह भी बताया कि हाल ही में जगह जगह बच्चा चोर गैंग द्वारा बच्चो को उठाने की झूठी अफवाह उड़ रही है।जिसको लेकर सभी  सभासद एवं ग्राम प्रधानों व गणमान्य लोगो से बच्चा चोरी की अफवाह पर कड़ाई से अंकुश लगाने की अपील की गई। इस के अलावा बैठक में नशा खोरी व अवैध शराब जैसे मामलों में पुलिस का सहयोग करने की अपील की गई। पुलिस ने रामलीला, मोहर्रम, गणपति यात्रा को लेकर भी सभी नगर वासियो व ग्राम वासियों से सहयोग अपील की गई। इस दौरान मेम्बर दानिश सभासद, मुरसलीन सभासद, साहिद व ग्राम प्रधान प्रवीण, यूसुफ, जाहिद, आनंद, अशोक एडवोकेट आदि मौजूद रहे।

हर्षोल्लास के साथ कैराना नगर में निकाला गया रामलीला झंडा

हर्षोल्लास के साथ कैराना नगर में निकाला गया रामलीला झंडा





कैराना । रविवार

हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी कैराना नगर की गौशाला भवन में श्री रामलीला कमेटी कैराना के द्वारा श्री रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत रविवार को सर्वप्रथम भूमि पूजन के साथ श्री रामलीला कमेटी कैराना के द्वारा ध्वज का नगर भ्रमण करने के उपरांत श्री रामलीला का झंडा निकाला गया। जिसमें ढोल नगाड़ों की थाप पर श्रद्धालु झूमते नजर आए। इस दौरान रामलीला कमेटी के अध्यक्ष जयपाल कश्यप, महासचिव राजेश नामदेव व सोनू मित्तल, संजू वर्मा, घनश्याम दास गर्ग, प्रमोद गोयल, शगुन मित्तल, राकेश, सागर मित्तल, अंकित, जिंदल, अनिल, ऋषि पाल, अनुज प्रजापति, सतीश, राकेश, रमेश चंद्र वर्मा, डॉ सुशील, सुनील नवीन संजीव विक्की वरुण, शिवम, जयपाल सिंह, सचिन, नीरज गोयल, अभिषेक, पुनीत गोयल आदि मौजूद रहे। वही साथ ही सुरक्षा के दृष्टिकोण से सय  निरीक्षक धर्मेंद्र यादव व पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।

प्रसव के दौरान जच्चा बच्चा की मौत, महिला के परिजनों ने लगाया ससुरालियों पर हत्या का आरोप  मृतक महिला के ससुराल पक्ष के लोग मकान का ताला लगाकर हुए फरार

प्रसव के दौरान जच्चा बच्चा की मौत, महिला के परिजनों ने लगाया ससुरालियों पर हत्या का आरोप

 मृतक महिला के ससुराल पक्ष के लोग मकान का ताला लगाकर हुए फरार



कैराना । रविवार
(रिपोर्ट-शमशाद चौधरी,  गुलवेज सिद्दीकी)
कैराना। देर रात गर्भवती महिला ने एक शिशु काे जन्म दिया गया था। लेकिन प्रसव के दौरान नवजात शिशु की मौत होना बताया गया था। वही बाद मे मृतक नवजात शिशु की मां की भी मौत हो गई। नवजात शिशु व उसकी मां की मौत पर मृतका के परिजनाे ने हत्या का आरोप लगाते हुए। कैराना कोतवाली पर ससुराल पक्ष के लोगों के विरुद्ध तहरीर देकर कार्रवाई की गुहार लगाई है। उधर मतृका के शव काे पुलिस ने कब्जे में लेकर पीएम हेतु भेज दिया। मामला नगर के माैहल्ला आलकला का है, जहां शनिवार की देर रात्रि गर्भवती महिला ने एक शिशु को जन्म दिया था। लेकिन बाद प्रशुता  एवं नवजात शिशु की  भी मौत हो गई। वही मामले की सूचना मृतका के परिजनों को मिली तो परिजनों में कोहराम मच गया। और परिजन आनन-फानन में कैराना पहुंच गए। वही रविवार की प्रातः जनपद गाजियाबाद के थाना लोनी निवासी मृतका के भाई इमरान ने कोतवाली में तहरीर देते हुए बताया कि उसकी बहन महजबी की शादी गत 2018 के नवंबर माह को कैराना के माैहल्ला आलकला निवासी शालू पुत्र अफजाल के साथ हुई थी। वही आरोप लगाया कि तभी से ससुराल वाले अतिरिक्त दहेज की मांग कर रहे थे, उसकी बहन गर्भवती थी, डिलीवरी का पता चलने पर इमरान नें अपनी बहन को फोन किया था। ससुरालियों ने फोन पर बात नहीं कराई। उसके बाद एक रिश्तेदार के माध्यम से रात 11 बजे उसकी बहन से फोन पर बात हुई। उसकी बहन ससुरालियों पर परेशान करने का आरोप लगा रही थी और यहां से ले जाने की बात कह रही थी। वही देर रात उसकी बहन की मौत हो गई। कैराना निवासी एक व्यक्ति द्वारा उनको सूचना दी गई थी, जिसमें बताया गया था कि महजबी के मौत हाे गयी है। आशा से मिली जानकारी के अनुसार महिला के प्रसव  पीड़ा होने पर नगर के अर्बन सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने गर्भवती महिला को अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी जिससे वह गर्भवती महिला को लेकर नगर के निजी अल्ट्रासाउंड केंद्र पर ले गए।  और वहां से  सीधे अपने  घर ही ले गए। जहां उसने  एक शिशु को जन्म दिया  परंतु  प्रसव के दौरान नवजात शिशु की मृत्यु हो गई। 
उधर पुलिस ने मामले में तहरीर लेकर जांच कार्रवाई शुरू कर दी है। उधर मृतक महिला के ससुराल पक्ष के लोग अपने मकान पर ताला डालकर फरार हो गए हैं।

बाकी उक्त मामले में सी ओ कैराना राजेश तिवारी  का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही माैत का कारण साफ हो पाएगा, हालांकि पुलिस मामले की गहराई से जांच करने से जुड़ गई है।

मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने पूर्व मंत्री की स्मृति में किया वृक्षारोपण

मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने पूर्व मंत्री की स्मृति में किया वृक्षारोपण


मुजफ्फरनगर (नसीम कुरैशी)। पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली की स्मृति में आज रविवार के दिन मुजफ्फरनगर शहर की भरतिया कालोनी के वासियों द्वारा वृक्षारोपण का एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें सैंकड़ों पेड़ लगाकर पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर मुख्य रूप से मंत्री कपिल देव अग्रवाल के अलावा नितिन मलिक, नवनीत गुप्ता, सोनू वर्मा व नीरज वर्मा आदि मौजूद रहे।

कश्यप समाज का तहसील बुढ़ाना में अनिश्चितकालीन धरना जारी, आज 13वें दिन भी डटे रहे लोग

कश्यप समाज का तहसील बुढ़ाना में अनिश्चितकालीन धरना जारी, आज 13वें दिन भी डटे रहे लोग

बुढ़ाना (नसीम कुरैशी)। कश्यप समाज अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए 13 अगस्त से आज रविवार तक अनिश्चितकालीन धरने पर बैठा हुआ है। परंतु शासन प्रशासन की ओर से खबर लेने वाला कोई भी अधिकारी या कर्मचारी उनके बीच तक नहीं पहुंचा। जिसको लेकर कश्यप समाज में सरकार को लेकर आक्रोश दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। बीते 13 अगस्त की बडी पंचायत में तहसील परिसर में कश्यप समाज के गणमान्य लोगों ने यह चेतावनी देकर धरना प्रदर्शन अनिश्चितकालीन कर दिया था कि जब तक जिलाधिकारी हमारे बीच में आकर हमारी समस्या को सुनकर उचित समाधान न करा दें तब तक हम अपना यह धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे। संगठन के अध्यक्ष मास्टर सुशील कश्यप ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के उपरांत भी हमारी 17 जातियों को अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र नहीं बनाए जा रहे हैं। जिसको लेकर हम तहसील बुढ़ाना में 13 अगस्त से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। जिस क्रम में आज शुक्रवार के दिन मास्टर सीताराम कश्यप की अध्यक्षता में कश्यप समाज तहसील बुढ़ाना में धरने पर उपस्थित रहा और चेतावनी देकर कहा कि यदि 27 अगस्त तक हमारे अनुसुचित जाति प्रमाण पत्र नहीं बनते तो आने वाली 28 तारीख को बुढ़ाना तहसील में कश्यप समाज महाआन्दोलन करेगा।आज के धरने पर मुख्य रूप से डॉक्टर सोनू कश्यप, प्रमोद कश्यप, विपुल, पवन, रामपाल, मास्टर तरसपाल, ज्योति कश्यप, सुक्खन सिंह कश्यप, बाबुराम कश्यप, डॉक्टर धनवीर कश्यप और रोहित सिंह कश्यप आदि लोग उपस्थित रहे।

संसद में राहुल गांधी द्वारा नकली हिंदुओं के पर्दाफाश से बीजेपी में घबराहट

शामली जिला कांग्रेस एवं शहर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने जिलाअध्यक्ष अखलाक प्रधान के नेतृत्व में तहसील मुख्या...