Tuesday, August 20, 2019

आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई, तो अपनी ढाई वर्षीय बेटी संग पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर पेट्रोल छिड़कर कर लूंगी आत्मादाह....

आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो अपनी बेटी संग पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर पेट्रोल छिड़कर कर लूंगी आत्मादाह...

रिपोर्ट- अरशद मंसूरी




मुजफ्फरनगर। थाना तितावी के गाँव  सोहजनी जाटान की एकता पुत्री सत्येंद्र कुमार की शादी 25 दिसंबर 2013 को हिंदू रीति रिवाज के अनुसार जनपद मुजफ्फरनगर के थाना सिखेड़ा के गांव फाइमपुर विक्रांत पुत्र किशनपाल के साथ हुई थी। जोकि एकता पत्नी विक्रांत काकरान से विवाहित जीवन के दौरान एक बेटी छवि युविका जिसकी आयु ढाई वर्ष है पीड़िता का आरोप है कि जब की शादी के कुछ दिन बाद ही ससुराल वालों के द्वारा देहज की मांग की जाने लगी। शादी मैं अपनी हैसियत से बढ़-चढ़कर की थी। जिससे हम 21 लाख नगद व स्विफ्ट डिजार गाडी वह सभी जरूरतमंद सामान दिया था। उसके बावजूद भी कुछ मांग फिर भी पूरी की गई। फिर भी देहज की मांग बार-बार किए जाने लगे और घोरयातनाए  के साथ साथ छगाली-गलौज कर मारपीट भी करते थे। देहज लोभी की मांग पूरी नहीं की जा सकी तो 6 जून को ससुराल के 5 लोगों द्वारा फांसी लगाकर मारने का प्रयास किया गया। तथा सुसर किरणपाल द्वारा रेप का भी प्रयास किया गया।

 प्रेस वार्ता कर एकता ने सुनाया अपना दुखड़ा

प्रेस वार्ता करते हुए पीड़ित एकता ने आरोप बताया कि मेरा पति विक्रांत  मेरे से देहज की मांग करता रहा और मेरे साथ गाली गलौज कर मारपीट करने लगा। जून को मेरे पति विक्रांत साथ राजेश नंद अरचना उर्फ पिंकी नंद रितु ने मिलकर मुझे फांसी लगाकर मारने का प्रयास किया गया। मैं उनसे किसी तरह से उनके चंगुल से छूटकर कमरे को लोक कर लिया उसी दौरान मैंने डायल हंड्रेड को कॉल की तो जब डायल हंड्रेड पहुंची तो वे दरवाजे को काट रहे थे। फिर पुलिस को देख कर फरार हो गए। बताया कि उनका यह भी कहना था कि उसको फांसी देकर मार देंगे और पुलिस से सांठगांठ करके आत्महत्या दिखा देंगे। पीड़ित का आरोप है कि मुकदमा दर्ज आरोपियों के खिलाफ 11 जून  2019 को मुकदमा पंजीकृत होने के बाद भी अभी तक कोई भी गिरफ्तारी नहीं की गई। आरोपी खुलेआम अपनी जिंदगी जी रहे हैं। आरोपी मुझे फोन पर धमकी भी दे रहे हैं, कि अगर तूने मुकदमा वापस नहीं लिया तो तेरे भाई अनुज मलिक को जान से मार देंगे। पीड़ित का कहना है कि पुलिस ने विपक्ष वालों से पैसे लेकर मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक आईपीएस की धारा 307 मुकदमे दर्ज नहीं की है। पीड़ित ने अपनी पीड़ा को लेकर महिला थाने एसपी डीएम महिला आयोग तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी दरवाजा खटखटाया फिर भी कोई इंसाफ मिलता नजर नहीं आ रहा है।

पीड़िता ने प्रैस वार्ता कर पुलिस - प्रशासन को एक सप्ताह का टाइम दिया हैं और अगर एक सप्ताह में आरोपियों की गिरफ्तारी नही हुई तो में एसएसपी ऑफिस पर जाकर अपनी ढाई साल कि छवि उर्फ युविका के साथ पैट्रोल छिड़कर आत्मदाह कर लुंगी ।  लेकिन पीड़िता को इस कार्यवाही से कोई सन्तुष्टि नही हैं । उनका कहना हैं कि मुझे इंसाफ तब मिलेगा जब मेरे सभी आरोपी सलाखों के पीछे होंगे ।

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