Friday, September 6, 2019

""देश के पत्रकारों के मसीहा के रूप में आकाश जैसे बुलंदियों को छूते कैराना के लाल मुशर्रफ सिद्दीकी"" पत्रकारों की समस्याओं के लिए कर दिया अपना जीवन समर्पित

""देश के पत्रकारों के मसीहा के रूप में आकाश जैसे बुलंदियों को छूते कैराना के लाल मुशर्रफ सिद्दीकी""

पत्रकारों की समस्याओं के लिए कर दिया अपना जीवन समर्पित





फिरोज खान मुजफ्फरनगर 

वैसे तो उत्तर प्रदेश का पुराना तहसील मुख्यालय कैराना हमेशा चर्चाओं में रहा है। कभी राजा दानवीर कर्ण के कारण तो कभी बादशाह जहांगीर के कारण कभी लखनऊ के ग्रेट गेस्ट कांड में कैराना के सांसद चौधरी मुनव्वर हसन का नाम आने के कारण तो कभी भाजपा द्वारा पलायन के मुद्दे को लेकर, उसी धरती पर 11 नवंबर 1974 को जन्मे एक आध्यात्मिक एवं शिक्षित परिवार में उस समय पिता मुस्ताक अहमद एवं माता सईदा बेगम को भी यह मालूम नहीं होगा कि उनका यह लाल एक दिन देश और विदेश में अपना एक अहम मुकाम हासिल करेगा और परिवार और कैराना का नाम देश और विदेश में रोशन करेगा। आज कैराना के लाल मुशर्रफ सिद्दीकी को हिंदुस्तान के पत्रकारों के मसीहा के रूप में जाना जाता है। देश के अंदर अगर कहीं भी पत्रकार उत्पीड़न की कोई घटना होती है तो मुशर्रफ सिद्दीकी खड़े नजर आते हैं अगर व उस समय उपस्थित ना हो तो मुशर्रफ सिद्दीकी के भतीजा गुलवेज सिद्दीकी कैराना  तो खड़े नजर आते हैं। समाज का चौथा स्तंभ पत्रकारिता जगत यहां काफी लंबे अरसे से अपने आपको असहाय महसूस कर रहा था। मुशर्रफ सिद्दीकी ने देश के पत्रकारों के लिए संघर्ष का बिगुल बजाया और अपना पूरा जीवन पत्रकारिता को समर्पित करते हुए पत्रकारों के हितों की लड़ाई लड़ना शुरू कर दिया। और आज पत्रकार सुरक्षा विधेयक को लेकर लगातार भारत सरकार पर दबाव बना रहे हैं। जहां पत्रकार जगत की कोई सुनने वाला नहीं था वहीं उनका संगठन भारतीय पत्रकार महासभा देश के सभी 29 राज्य एवं केंद्रीय शासित प्रदेशों में अपने पैर पसार चुका है। मुशर्रफ सिद्दीकी ने पत्रकारिता 1990 में कैराना से की थी और 7 जनवरी 1994 को अपना समाचार पत्र अमन के सिपाही साप्ताहिक के रूम में शुरू किया तभी से ही पत्रकार हितों की लड़ाई को लगातार लड़ते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ देशभर में अनेकों आंदोलन की है। तथा स्थानीय राज्य एवं देश के अनेकों पत्रकार संगठनों में अहम पदों पर काम किया और 5 अप्रैल 2009 अपने समाचार पत्र का विस्तार करते हुए दैनिक के रूप में मुजफ्फरनगर से प्रकाशन शुरू किया और मुजफ्फरनगर में भी पत्रकार हितों की लड़ाई को लड़ा मुशायरा सिद्दीकी जहां कैराना प्रेस क्लब के संरक्षक के पद पर विराजमान है वहीं मुजफ्फरनगर मीडिया क्लब के अध्यक्ष एवं जिला प्रेस क्लब मुजफ्फरनगर संग रक्षक भी बनाए गए देशभर के करीब 40,000 पत्रकारों का नेतृत्व करने वाले भारतीय पत्रकार महासभा ने उनको सर्वेसम्माति से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया और सामाजिक संस्था संस्था कल्याणकारी संस्था के महासचिव सोशल लाइफ ओग्रोजेशन के राष्ट्रीय महासचिव एवं नवजीवन लोक कल्याण संस्था केंद्रीय चेयरमैन अधिक पदों पर कार्य कर रहे हैं।

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